वैदिक पंचांग के अनुसार धनतेरस त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस बार त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 18 अक्टूबर, शनिवार को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर होगी और इसका समापन 19 अक्टूबर, रविवार को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर होगा. हिंदू धर्म में उदयातिथि को विशेष महत्व दिया जाता है, यानी वह तिथि जो सूर्योदय के समय मौजूद हो. Dhanteras Kab Hai: धनतेरस का त्योहार हर दिन हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि के मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन सागर मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे ... इस साल कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी 18 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट से शुरू होगी। वहीं त्रयोदशी तिथि की समाप्ति 19 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 53 मिनट पर होगी। प्रदोष काल में त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर के दिन ही रहेगी इसलिए 18 अक्टूबर के दिन ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा।. कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी तिथि पर पड़ने वाला यह पावन पर्व इस साल 18 अक्टूबर 2025, शनिवार के दिन मनाया जाएगा. यह पर्व भगवान आयुर्वेद के जनक और आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा के लिए विशेष रूप से समर्पित है. साथ ही साथ यह भगवान कुबेर (Bhagwan Kuber) के साथ यम देवता की पूजा के लिए भी जाना जाता है.